PM launches Ayushman Bharat Digital Mission
प्रधानमंत्री ने आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन का शुभारंभ किया
चर्चा में क्यों ?
प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आज एक वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन का शुभारंभ किया।
महत्वपूर्ण बिंदु
- आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन एक सहज ऑनलाइन प्लेटफॉर्म तैयार करेगा जो डिजिटल हेल्थ इकोसिस्टम के भीतर इंटरऑपरेबिलिटी को सक्षम करेगा
- जैम ट्रिनिटी का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा, दुनिया में कहीं भी इतना बड़ा कनेक्टेड इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं है
- “डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर ‘राशन से प्रशन’ तक सब कुछ तेजी से और पारदर्शी तरीके से आम भारतीय तक ले जा रहा है”
- “टेलीमेडिसिन का अभूतपूर्व विस्तार भी हुआ है”
- “आयुष्मान भारत-पीएमजेएवाई ने गरीबों के जीवन में एक प्रमुख सिरदर्द को संबोधित किया है। इस योजना के तहत अब तक 2 करोड़ से अधिक देशवासियों ने मुफ्त इलाज की सुविधा का लाभ उठाया है, जिनमें से आधी महिलाएं हैं।
- “आयुष्मान भारत – डिजिटल मिशन, अब देश भर के अस्पतालों के डिजिटल स्वास्थ्य समाधानों को एक दूसरे से जोड़ेगा”
- “सरकार द्वारा लाए गए हेल्थकेयर समाधान देश के वर्तमान और भविष्य में एक बड़ा निवेश हैं”
- “जब हमारे स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को एकीकृत, मजबूत किया जाता है, तो यह पर्यटन क्षेत्र में भी सुधार करता है”
लाभ
- 130 करोड़ आधार संख्या, 118 करोड़ मोबाइल ग्राहक, लगभग 80 करोड़ इंटरनेट उपयोगकर्ता, लगभग 43 करोड़ जन धन बैंक खातों के साथ, दुनिया में कहीं भी इतना बड़ा जुड़ा बुनियादी ढांचा नहीं है।
- स्वास्थ्य में प्रौद्योगिकी के उपयोग की थीम को जारी रखते कोरोना काल में टेलीमेडिसिन का भी अभूतपूर्व विस्तार हुआ है
- अब तक लगभग 125 करोड़ ई-संजीवनी के माध्यम से दूरस्थ परामर्श पूरा किया जा चुका यह सुविधा देश के दूर-दराज के हिस्सों में रहने वाले हजारों देशवासियों को घर बैठे शहरों के बड़े अस्पतालों के डॉक्टरों से प्रतिदिन जोड़ रही है।
- आयुष्मान भारत-पीएमजेएवाई ने गरीबों के जीवन में एक प्रमुख समस्या को संबोधित किया है।
- इस योजना के तहत अब तक 2 करोड़ से अधिक देशवासियों ने मुफ्त इलाज की सुविधा का लाभ उठाया है, जिनमें से आधी महिलाएं हैं। प्रधान मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि बीमारियां परिवारों को गरीबी के दुष्चक्र में धकेलने के प्रमुख कारणों में से एक हैं और परिवारों की महिलाएं सबसे ज्यादा पीड़ित हैं क्योंकि वे हमेशा अपने स्वास्थ्य के मुद्दों को पृष्ठभूमि में ले जाती हैं।
- आयुष्मान भारत-डिजिटल मिशन अब देश भर के अस्पतालों के डिजिटल स्वास्थ्य समाधानों को एक-दूसरे से जोड़ेगा। मिशन न केवल अस्पतालों की प्रक्रियाओं को सरल बनाएगा बल्कि जीवन की सुगमता को भी बढ़ाएगा। इसके तहत अब प्रत्येक नागरिक को एक डिजिटल हेल्थ आईडी मिलेगी और उनका स्वास्थ्य रिकॉर्ड डिजिटल रूप से सुरक्षित रहेगा।
- भारत समग्र और समावेशी स्वास्थ्य मॉडल पर काम कर रहा है। एक मॉडल जो निवारक स्वास्थ्य देखभाल और बीमारी के मामले में आसान, किफायती और सुलभ उपचार पर जोर देता
- गांवों में स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत करने के उद्देश्य से गांवों में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नेटवर्क और स्वास्थ्य केंद्रों को मजबूत किया जा रहा है यह 80 हजार से अधिक ऐसे केंद्र पहले ही संचालित हो चुके हैं।