3rd March 2020 Daily Current Affairs
Haryana Institute of Civil Services Daily Current Affairs Notes |
DATE – 3 March 2021
भारत ‘आर्थिक मंदी’ से बाहर
चर्चा में क्यो?
- NSO के हालिया अनुसंधान के अनुसार, भारत की अर्थव्यवस्था मंदी से बाहर निकल चुकी है, परन्तु महामरी से पहले की विकास दर से हम बहुत दूर हैं
- एशिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था भारत में, वर्ष 2020 की अंतिम तिमाही में, पिछले वर्ष इसी अवधि की तुलना में, सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 0.4% की वृद्धि दर्ज की गई है।
- वर्ष 2019 में, लगभग पिछले पच्चीस वर्षो के दौरान, देश ने पहली बार मंदी के दौर में प्रवेश किया था, इसके लिए अर्थशास्त्रियों द्वारा चेतावनी भी दी गई थी, कि देश को मंदी से उबरने के लिए संघर्ष करना पद सकता है।
पिछली तिमाही के जीडीपी आंकड़ों के प्रमुख बिंदु:
- विनिर्माण में पुनरुत्थान
- कृषि विकास की गति में वृद्धि
- वित्तीय, स्थावर संपदा क्षेत्र (रियल एस्टेट सेक्टर) में उछाल
- उपभोक्ताओं का विश्वास अभी भी कम है।
- सरकारी व्यय में सुधारात्मक तेजी
- निवेश मांग में वृद्धि
‘मंदी’ (Recession) क्या है?
यह एक व्यापक अर्थशास्त्रीय शब्द है, तथा यह दीर्घ काल के लिए आर्थिक गतिविधियों में गिरावट अथवा बड़े पैमाने पर कमी को व्यक्त करता है। अथवा यह कहा जा सकता है कि जब मंदी वाहक या कारकों का दौर लंबी अवधि तक जारी रहता है, तो इसे मंदी कहा जाता है। आमतौर पर, मंदी कुछ तिमाहियों तक ही रहती है।
राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव 2021
चर्चा में क्यों?
- हाल ही में राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव 2021 का तीसरा और अंतिम संस्करण 27 फरवरी, 2021 को पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में आरंभ हुआ।
- इस अवसर पर स्थानीय कलाकारों द्वारा विभिन्न रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किये गए, जिनमें ‘बाउल गान’, ‘अल्कुप गान’, ‘लेटो गान’, ‘झुमुरिया’ और रंपा लोकनृत्य शामिल थे।
प्रमुख बिंदु:
- राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव संस्कृति मंत्रालय का प्रमुख उत्सव है।
- इसका आयोजन वर्ष 2015 से सात क्षेत्रीय संस्कृति केंद्रों (Zonal Culture Centres) की सक्रिय भागीदारी के साथ किया जा रहा है।
- इसकी शुरुआत देश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को अपने सभी समृद्ध और विविध आयामों जैसे- हस्तशिल्प, भोजन, चित्रकला, मूर्तिकला और प्रदर्शन कला- लोक, जनजातीय, शास्त्रीय एवं समकालीन सभी को एक ही स्थान पर प्रदर्शित करने के उद्देश्य से की गई थी।
महत्त्व:
- यह भारत की जीवंत संस्कृति को रंगभवनों (Auditorium) और दीर्घाओं (Galleries) तक सीमित रखने के बजाय इसे जन-जन तक पहुँचाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
- यह अलग-अलग राज्यों में अन्य राज्यों की लोक और जनजातीय कला, नृत्य, संगीत, व्यंजन और संस्कृति को प्रदर्शित करने में मददगार रहा है, जो ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ (Ek Bharat Shreshtha Bharat) के लक्ष्य को सुदृढ़ बनाता है।
- इसके अलावा यह कलाकारों और कारीगरों को उनकी आजीविका में सहायता करने हेतु एक प्रभावी मंच उपलब्ध कराता है।
- यह लोगों (विशेष रूप से युवाओं) को उनकी स्वदेशी संस्कृति, इसकी बहुआयामी प्रकृति, भव्यता और ऐतिहासिक महत्त्व के साथ सहस्राब्दि से भारत को एक राष्ट्र के रूप में जोड़े हुए है।
- अब तक राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव का आयोजन दिल्ली, वाराणसी, बंगलूरू, तवांग, गुजरात, कर्नाटक, टिहरी और मध्य प्रदेश आदि विभिन्न स्थानों पर किया जाता रहा है।
हरियाणा में निजी क्षेत्र 75% नौकरियो का आरक्षण
सन्दर्भ
- राज्य में बेरोजगारी की बढ़ती दर को का समाधान करने के लिए हरियाणा सरकार ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की अध्यक्षता में एक बिल को मंजूरी दी है जिसके तहत निजी क्षेत्र में 50000 रुपये के कम वेतन वाली 75% नौकरियां स्थानीय लोगों के लिए आरक्षित की जायेंगी।
मुख्य बिंदु
- जून, 2020 के महीने में, हरियाणा में देश के सभी राज्यों में सबसे अधिक बेरोजगारी दर थी। जून 2020 में बेरोजगारी की दर 33.6 प्रतिशत थी।
- लागू होने के बाद यह बिल उन सभी निजी तौर पर प्रबंधित कंपनियों, ट्रस्टों, भागीदारी फर्मों, सोसाइटियों, आदि के लिए लागू होगा जो हरियाणा राज्य में स्थित हैं।
- स्थानीय लोगों के लिए निजी क्षेत्र में आरक्षण, चौटाला की जननायक जनता पार्टी का मुख्य चुनावी वादा था, जिसने भाजपा के साथ गठबंधन में राज्य में सरकार बनाई थी।
- चौटाला द्वारा पिछले साल पेश किया गया यह बिल निजी क्षेत्र की कंपनियों के लिए हरियाणा के मूल निवासियों के लिए ₹ 50,000 प्रति माह तक के वेतन के साथ 75 प्रतिशत नौकरियों को आरक्षित करना अनिवार्य बनाता है।
- कंपनियों को प्रति माह 50,000 रुपये तक के सभी कर्मचारियों का विवरण दर्ज करना होगा। हरियाणा सरकार के अनुसार आरक्षण सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरणीय रूप से वांछनीय होगा।
विश्व वन्यजीव दिवस
सन्दर्भ
- विश्व वन्यजीव दिवस प्रतिवर्ष 3 मार्च को मनाया जाता है। 20 दिसंबर 2013 को, संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 3 मार्च को विश्व वन्यजीव दिवस के रूप में घोषित करने का निर्णय लिया था।
- इस दिवस को जंगली जीवों और वनस्पतियों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिये मनाया जाता है।
- इस दिन, 1973 में वन्य जीवों और वनस्पतियों की लुप्तप्राय प्रजातियों में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार पर कन्वेंशन (CITES) को अंगीकृत किया गया था।
मुख्य बिंदु
- दुनिया के कई प्रमुख संगठनों द्वारा यह दिवस मनाया जा जाता है। इसमें संयुक्त राष्ट्र महासभा, CITES और अन्य क्षेत्रीय और गैर-सरकारी संगठन शामिल हैं।
- इस दिन, वे सहयोगी साझेदारी बनाने तथा संरक्षण कार्यक्रम आयोजित करते हैं।
महत्व
पृथ्वी पर सभी जीवन को बनाए रखने में जैव विविधता के घटक के रूप में सभी पौधों की प्रजातियां और जंगली जानवर शामिल हैं। इसमें निम्नलिखित सतत विकास लक्ष्यों के समर्थन में प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग भी शामिल है
- एसडीजी 1 – निर्धनता की समाप्ति
- एसडीजी 12 – स्थायी उत्पादन और खपत पैटर्न सुनिश्चित करना
- एसडीजी 14 – पानी के नीचे जीवन
- एसडीजी 15 – भूमि पर जीवन
वन्य जीव दिवस के लिए संयुक्त राष्ट्र महासभा के 69वें सत्र में प्रस्ताव पारित किया गया था।
3 मार्च ही क्यों?
3 मार्च, 1973 को वन्य जीवों और वनस्पतियों की लुप्तप्राय प्रजातियों में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार पर कन्वेंशन (CITES) को अंगीकृत किया गया था। विश्व वन्यजीव दिवस के लिए थाईलैंड द्वारा प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया था।
Current affairs MCQ
1.हाल ही में किस राज्य के मुख्यमंत्री ने प्रशांत किशोर को अपना प्रधान सलाहकार नियुक्त किया है?
- बिहार
- कर्नाटक
- असम
- पंजाब
1.(d) पंजाब
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने प्रशांत किशोर को अपना प्रधान सलाहकार नियुक्त किया है. बता दें कि पंजाब में अगले साल विधानसभा चुनाव होंगे. प्रशांत किशोर ने साल 2017 में पंजाब विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के चुनाव अभियान की कमान संभाली थी. इससे पहले प्रशांत किशोर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, आंध्र प्रदेश के सीएम जगनमोहन रेड्डी के लिए काम कर चुके हैं.
2.वरिष्ठ राजनयिक मनप्रीत वोहरा को किस देश में भारत का अगला उच्चायुक्त नियुक्त किया गया है?
- नेपाल
- ऑस्ट्रेलिया
- चीन
- रूस
2 (b) ऑस्ट्रेलिया
वरिष्ठ राजनयिक मनप्रीत वोहरा को आस्ट्रेलिया में भारत का अगला उच्चायुक्त नियुक्त किया गया है. विदेश मंत्रालय के मुताबिक, वोहरा 1988 बैच के भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी हैं और अभी मैक्सिको में भारत के राजदूत हैं. वोहरा की नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब भारत-आस्ट्रेलिया के संबंध तेजी से आगे बढ़ रहे हैं और खास तौर पर हिन्द प्रशांत क्षेत्र में सहयोग मजबूत हो रहे हैं.
3.प्रेस सूचना ब्यूरो (पीआईबी) के प्रधान महानिदेशक का पदभार निम्न में से किसने संभाल लिया है?
- अनिल त्यागी
- राहुल सचदेवा
- जयदीप भटनागर
- कमल झा
3 (c) जयदीप भटनागर
भारतीय सूचना सेवा के वरिष्ठा अधिकारी जयदीप भटनागर ने प्रेस सूचना ब्यूरो (पीआईबी) के प्रधान महानिदेशक का पदभार संभाल लिया है. जयदीप भटनागर ने पत्र सूचना कार्यालय के प्रधान महानिदेशक के पद से रिटायर हुए केएस धतवालिया का स्थान लिया है. भटनागर 1986 बैच के भारतीय सूचना सेवा के अधिकारी हैं. वे इससे पहले दूरदर्शन में वाणिज्यिक और विपणन प्रभाग के प्रमुख के रूप में सेवाएं दे चुके हैं.
4.निम्न में से किस देश ने अपने पहले आर्कटिक-निगरानी उपग्रह को सफलतापूर्वक लॉन्च किया है?
- रूस
- जापान
- चीन
- बांग्लादेश
4 (a) रूस
रूसी अंतरिक्ष एजेंसी रोस्कोसमोस ने अपने पहले आर्कटिक-निगरानी उपग्रह को सफलतापूर्वक लॉन्च किया है जो आर्कटिक की जलवायु और पर्यावरण की निगरानी करेगा. यह उपग्रह मौसम संबंधी समस्याओं के साथ-साथ जल विज्ञान समस्याओं को हल करने के लिए आवश्यक जानकारी एकत्र करेगा. यह उपग्रह आर्कटिक क्षेत्र की जलवायु और पर्यावरण की निगरानी भी करेगा. यह रूस के उत्तरी क्षेत्र में भी चौबीसों घंटे सतत निगरानी प्रदान करेगा.
5.विश्व NGO दिवस निम्न में से किस दिन मनाया जाता है?
- 10 मार्च
- 12 अप्रैल
- 27 फरवरी
- 15 नवंबर
5.c. 27 फरवरी
हर साल 27 फरवरी को विश्व स्तर पर विश्व NGO दिवस के रूप में मनाया जाता है. विश्व एनजीओ दिवस का उद्देश्य लोगों को NGO (चैरिटी, एनपीओ, सीएसओ) के अन्दर और अधिक सक्रिय रूप से शामिल होने के लिए प्रेरित करना है और एनजीओ और सार्वजनिक और निजी क्षेत्र दोनों के बीच अधिक से अधिक सहजीवन को प्रोत्साहित करना है. 27 फरवरी 2014 को पहली बार विश्व एनजीओ दिवस मनाया गया था.